छोटे बच्चों को घर में सभी का बेहद प्यार मिलता है। परिवार के लोग बच्चों की लगभग हर जरूरत को पूरा करना चाहते हैं, ऐसे में उनके द्वारा किसी भी चीज को एक बार मांगने पर ही उपहार के रूप में प्रदान कर दी जाती है। ऐसे में धीरे-धीरे बच्चा जिद्दी हो जाता है, और अपनी बातों को मनवाने के लिए तेजी से रोने लगता है। यदि उसकी इच्छा पूरी न हो तो वह थूकता है, लात मारता है, कई बार काटने लगता है या सिर पटकने लगता है। इन सभी के बाद यदि बच्चे के इच्छा पूरी हो जाती है, तो वह इस आदत का एक पैर्टन बना लेता है। इस आदत को हैड बैंगिग कहते हैं। बच्चों के डॉक्टर सैय्यद मुजाहिद हुसैन ने इस आदत के कारण और इसे दूर करने के उपाय भी बताए। इस आदत को दूर करने के लिए डॉक्टर ने अपने इंस्टाग्राम पर रील भी शेयर की है।
बच्चों के सिर पटकने का कारण - Causes Of Head Banging In Child In Hindi - Shishu Ke Sir Patakne Ka Karan
गुस्सा होना
कई बार बच्चे गुस्से और चिड़चिड़ेपन के कारण सिर पटकने लगते हैं। अगर, बच्चे की इच्छा पूरी न की जाएं, तो उनको गुस्सा आने लगता है और ऐसे में कई बार वह दीवार में सिर पटकने लगते हैं। इससे उनके सिर में चोट आ सकती है।
अटेंशन पाने के लिए
कई बार बच्चा लोगों का ध्यान अपनी ओर खिंचने के लिए सिर को पटकना शुरु कर देते हैं। बच्चे अपने करीबियों की अटेंशन पाना चाहते हैं। ऐसे में कई बार बच्चा तेज रोने लगता है।
डेवलपमेंट डिसऑर्डर
कई बार बच्चे के सिर पटकने की समस्या डवलपमेंट डिसऑर्डर की वजह से होती है। इस दौरान बच्चे को ऑटिज्म या अन्य समस्या हो सकती है। अगर ऑटिज्म की वजह से बच्चे को सिर पटकने की आदत है, तो ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बच्चों का सिर पटकना कैसे कम करें? How To Control Head Banging In Child In Hindi
बच्चे की अनदेखा करें
डॉक्टर के अनुसार यदि बच्चे ने सिर पटकने की आदत हाल ही में शुरू की है और यह आदत जिद्द पूरी न होने की वजह से है, तो ऐसे में अभिभावकों को उन्हें कुछ समय के लिए अनदेखा करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चा अपनी जिद्द या इच्छा को पूरा करने के लिए इस तरह का बर्ताव करते हैं। ऐसा करने से यदि बच्चे की इच्छा पूरी होती है, तो उसे ये यकिन हो जाता है कि सिर पटकने से वह किसी भी इच्छा को आसानी से पूरा कर सकता है। लेकिन, यदि आप उसको इग्नोर करते हैं, तो ऐसे में उसका पैर्टन ब्रेक होता है और वह सिर पटकना कम बंद कर सकता है।
बच्चे को दीवार से दूर करें
सिर पटकते समय आप बच्चे के दीवार से दूर करें, क्योंकि इससे उसको चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही, बच्चे को आप बेड पर लेटा या बैठा दें, इससे सिर पटकने से चोट लगने की संभावना में कमी आती है।
बच्चे का ध्यान को बदलें
आपका बच्चा जब सिर पटकने लगता है, तब उसका ध्यान किसी अन्य चीज पर लगाएं। इस दौरान बच्चे को उसकी पसंद का गेम या कार्टून शो दिखाएं। इससे बच्चा का ध्यान सिर पटकने से बदल जाएगा। बाद में उसे ऐसा न करने के लिए प्यार से समझाएं।
बच्चे के साथ बाते करें
कई बार बच्चा अटेंशन पाने के लिए इस तरह की आदत अपना लेता है। ऐसे में अभिभावकों को उसकी भावनाओं को समझना चाहिए और बच्चे के साथ समय बिताना चाहिए और बाते करनी चाहिए।
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बच्चों की खराब आदतें कई बार किसी तरह के डेवलपमेंट या नर्वस सिस्टम के डिसऑर्डर की वजह से हो सकती है। ऐसे में अभिभावकों को उसके लक्षणों को समझकर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।